Nirav Modi’s Brother Nehal Modi Arrested in US on Extradition Request
भारत के सबसे बड़े बैंकिंग घोटालों में से एक — 13,000 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले — से जुड़े एक अहम घटनाक्रम में नीरव मोदी के छोटे भाई नेहल मोदी को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कार्रवाई भारत की प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा किए गए आवेदन पर हुई, और अब उनके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
नेहल मोदी पर लगे आरोप:
46 वर्षीय नेहल मोदी पर धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत मनी लॉन्ड्रिंग और भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी (आपराधिक साजिश) और 201 (सबूत मिटाना) के तहत गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
वे बेल्जियम के नागरिक हैं और लंबे समय से अमेरिका में रह रहे थे। अब उनकी अगली सुनवाई 17 जुलाई को तय की गई है, जिसमें वे जमानत याचिका दायर कर सकते हैं — जिसका अमेरिकी अभियोजन पक्ष द्वारा विरोध किए जाने की संभावना है।
ईडी और सीबीआई की जांच में खुलासा:
जांच एजेंसियों के अनुसार, नेहल मोदी ने न केवल नीरव की अवैध कमाई को सफेद करने में मदद की, बल्कि डिजिटल साक्ष्यों को भी मिटाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
उन पर मुखौटा कंपनियों, विदेशी ट्रांजैक्शनों और गवाहों को धमकाने का भी आरोप है। साथ ही, दुबई से सोना, नकदी और हीरे निकालने में भी उनकी संलिप्तता बताई गई है।
जांच में सामने आई चौंकाने वाली बातें:
हांगकांग और दुबई से करोड़ों की संपत्ति हटाने का आरोप।
काहिरा में गवाहों को झूठे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर के लिए मजबूर करना।
यूरोपीय कोर्ट में झूठी गवाही दिलाने के लिए 2 मिलियन रुपये की पेशकश।
भारत के लिए क्या है इसका महत्व?
नेहल मोदी की गिरफ्तारी भारत की ओर से भगोड़े आर्थिक अपराधियों के खिलाफ चल रही कार्रवाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इससे न केवल नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण मामलों को बल मिलेगा, बल्कि यह संदेश भी जाएगा कि भारत अब वित्तीय अपराधियों को बख्शने वाला नहीं है।
नेहल मोदी की गिरफ्तारी से पीएनबी घोटाले की जांच को नई गति मिलेगी और यह भारत सरकार की मजबूत कानूनी पहल की पुष्टि करता है। अब निगाहें 17 जुलाई की सुनवाई और उसके बाद की प्रत्यर्पण प्रक्रिया पर टिकी हैं।
– by Team KhabreeAdda.in





