AI Abuse Alert: How Google Veo 3 Is Being Used to Spread Racial Stereotypes
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से वीडियो बनाना अब आम हो गया है, लेकिन इसका दुरुपयोग भी तेजी से बढ़ रहा है। Google के वीडियो जनरेशन टूल Veo 3 से बने कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिन पर नस्लीय रूढ़िवादिता फैलाने का आरोप है।
क्या है मामला?
कुछ वायरल वीडियो में अश्वेत महिलाओं को “Bigfoot Baddies” जैसे कैरेक्टर में दिखाया गया है।
इन कैरेक्टर्स को विग, लंबे नाखून और ओवरएक्टिंग के साथ दिखाया गया है, जो ऐतिहासिक नस्लीय Stereotypes की याद दिलाते हैं।
ये वीडियो इंस्टाग्राम और टिकटॉक पर लाखों बार देखे जा चुके हैं।
विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन की टेक्नोलॉजी इनोवेशन निदेशक निकोल टर्नर ली ने कहा कि यह ट्रेंड गुलामी के दौर की नस्लीय छवियों से मेल खाता है और आज के डिजिटल युग में यह बेहद खतरनाक है।
कैसे बनाए जा रहे हैं ये वीडियो?
Veo 3 किसी टेक्स्ट प्रॉम्प्ट से पूरी वीडियो बना सकता है – कैरेक्टर्स, आवाज़ और दृश्य सहित।
एक इंस्टाग्राम अकाउंट इस तकनीक से वीडियो बनाकर पोस्ट करता है और $15 में कोर्स भी बेच रहा है।
प्लेटफॉर्म्स की चुप्पी
मेटा (Instagram) और TikTok ने इस पर कोई स्पष्ट टिप्पणी नहीं की।
Google ने भी फिलहाल कोई आधिकारिक जवाब नहीं दिया।
AI एक बेहतरीन तकनीक है, लेकिन उसका दुरुपयोग गंभीर सामाजिक मुद्दों को जन्म दे सकता है। नस्लीय संवेदनाओं को आहत करने वाले वीडियो पर नियंत्रण जरूरी है ताकि डिजिटल युग में समानता और सम्मान बना रहे।
– by Team KhabreeAdda.in





