Gang of Baby Sellers Busted in Punjab, Eight Arrested
पंजाब से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां जिला पुलिस ने नवजात शिशुओं की तस्करी और बिक्री में शामिल एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में चार महिलाओं, एक आशा वर्कर और कोलकाता के निवासी सहित कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने एक नवजात शिशु और ₹4 लाख नकद बरामद किए हैं। यह घटना राज्य में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है।
आठ आरोपी गिरफ्तार, नवजात की सकुशल बरामदगी
जिला पुलिस प्रमुख शुभम अग्रवाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि 27 जून को सूचना मिली थी कि 23 जून को मंडी गोबिंदगढ़ के दीप अस्पताल में एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया था, जो कुछ समय बाद लापता हो गया। इसके बाद मंडी गोबिंदगढ़ पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया और एसपी (डी) राकेश कुमार यादव, डीएसपी अमलोह गुरदीप सिंह और एसएचओ मनप्रीत सिंह के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया।
इस टीम ने तलजिंदर सिंह, कमलेश कौर, भीम सिंह, दाई चरण कौर और अमनदीप कौर को गिरफ्तार कर मामले को सुलझाया।
कोलकाता तक फैला नेटवर्क
जांच में खुलासा हुआ कि चरण, कमलेश और अमनदीप ने नवजात शिशु को ₹4 लाख में रूपिंदर कौर और बेअंत सिंह को बेच दिया, जो बच्चे को कोलकाता ले गए।
पुलिस ने एक टीम को कोलकाता भेजा, जहां रूपिंदर, बेअंत और कोलकाता निवासी प्रशांत पाराशर को गिरफ्तार किया गया।
नवजात को कोलकाता में बाल संरक्षण समिति के सामने पेश किया गया।
सभी तीनों आरोपियों को कोलकाता की अदालत में पेश कर प्रोडक्शन वारंट पर मंडी गोबिंदगढ़ लाया गया।
जांच में यह भी सामने आया कि नवजात का जैविक पिता भी शामिल था और उसे इस सौदे में ₹1.5 लाख दिए गए थे।
मामले की गंभीरता और सामाजिक संदेश
यह मामला न केवल मानव तस्करी बल्कि बच्चों के अधिकारों और सुरक्षा के प्रति समाज की उदासीनता को भी उजागर करता है। पुलिस अब इस गिरोह के नेटवर्क और इसमें शामिल अन्य लोगों की पहचान में जुटी है। यह घटना समाज को झकझोरने वाली है और इसमें तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।
पंजाब पुलिस की यह कार्रवाई मानव तस्करी के खिलाफ एक सशक्त संदेश देती है। उम्मीद की जा रही है कि इस मामले की गहन जांच से इस तरह की घटनाओं पर रोक लगेगी और बच्चों के लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित किया जा सकेगा।
– by Team KhabreeAdda.in





