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हिमाचल में मानसून का कहर: 74 मौतें, मंडी में रेस्क्यू ऑपरेशन तेज

Kangana Visits Flood-Hit Mandi, Blames Opposition

हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन ने तबाही मचा दी है। अब तक 74 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि दर्जनों अब भी लापता हैं। सबसे ज्यादा नुकसान मंडी जिले में हुआ है, जहां SDRF, NDRF, सेना और पुलिस की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।

इसी बीच भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने भी मंडी का दौरा किया और प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों से मुलाकात की। उन्होंने मौके पर सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए विपक्षी दलों पर आपदा के समय “राजनीति” करने का आरोप लगाया।


मंडी में तबाही और बचाव अभियान

मंडी, सिरमौर और कांगड़ा जिलों में भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं। मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि राहत कार्यों में भौगोलिक स्थिति और टूटी सड़कों के कारण कठिनाइयां आ रही हैं, लेकिन सभी एजेंसियां मिलकर दिन-रात प्रयास कर रही हैं।

मंडी में 176 सड़कें बंद, 258 ट्रांसफार्मर ठप और 289 जल योजनाएं बाधित हैं। ITBP की टीमें भी मलबा हटाने और फंसे लोगों को निकालने में सहयोग कर रही हैं।


कंगना रनौत का दौरा और बयान

मंडी से सांसद कंगना रनौत ने शनिवार को आपदा प्रभावित गांवों का दौरा किया। उन्होंने राहत सामग्री वितरित की और कुछ परिवारों से बातचीत भी की।
कंगना ने मीडिया से कहा:

“यह राजनीति का नहीं, सेवा का समय है। कुछ दल केवल बयानबाज़ी कर रहे हैं। हमारी सरकार और प्रशासन 24×7 लोगों की मदद में लगे हैं।”

उन्होंने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट में लिखा:

“मंडी मेरा घर है, मैं हर पीड़ित परिवार के साथ हूं। सरकार के साथ मिलकर हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश कर रही हूं।”


मौसम विभाग का रेड अलर्ट

भारत मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। मंडी, कांगड़ा, सिरमौर, ऊना, शिमला, सोलन जैसे जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।


अब तक का नुकसान

सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, 20 जून से 5 जुलाई के बीच हिमाचल को अब तक ₹566 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।

  • 45 मौतें सीधे बारिश, भूस्खलन और बाढ़ से जुड़ी हैं

  • 30 मौतें बिजली गिरने, गैस विस्फोट और सड़क हादसों से हुईं

  • 37 लोग अब भी लापता हैं


सरकार की राहत घोषणाएं

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सिराज क्षेत्र के प्रभावित लोगों को ₹5,000 मासिक किराया सहायता देने की घोषणा की है।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने नाचन और सिराज में हालात का जायज़ा लिया और सड़कें, बिजली और पानी की सेवाएं जल्द बहाल करने के निर्देश दिए।

बगलामुखी रोपवे को भी आम जनता के लिए मुफ्त कर दिया गया है ताकि राहत कार्यों में सहयोग मिल सके। अब तक 1,500 से अधिक लोग इसका लाभ ले चुके हैं।


हेल्थ सर्विस और मेडिकल सहायता

SDRF और स्वास्थ्य विभाग की टीमें प्रभावित गांवों में घर-घर जाकर मेडिकल किट दे रही हैं और बीमार या वृद्ध लोगों का इलाज मौके पर ही किया जा रहा है। ज़रूरतमंदों को दवाइयां, भोजन और आवश्यक सामान उपलब्ध कराया जा रहा है।


निष्कर्ष:

हिमाचल प्रदेश में मानसून तबाही अपने चरम पर है। प्रशासन और सरकार राहत कार्यों में जुटी है, वहीं कंगना रनौत जैसे जनप्रतिनिधि भी लोगों के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। हालांकि मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए अगले कुछ दिन बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं। लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।

– by Team KhabreeAdda.in

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