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स्थापना से अब तक पंजाब को राष्ट्रीय संस्कृति कोष से नहीं मिला कोई फंड

Punjab Received No Funding from National Culture Fund Since Its Inception

नई दिल्ली – यह एक चौंकाने वाला खुलासा है कि पंजाब को राष्ट्रीय संस्कृति कोष (NCF) से 1996 में इसकी स्थापना के बाद से आज तक एक भी बार वित्तीय सहायता नहीं मिली है। यह जानकारी लोकसभा में सांसद भगवंत मान द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में सामने आई।

राष्ट्रीय संस्कृति कोष (NCF) क्या है?

राष्ट्रीय संस्कृति कोष भारत सरकार द्वारा नवंबर 1996 में स्थापित एक धर्मार्थ ट्रस्ट है। इसका उद्देश्य है कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) के माध्यम से भारत की मूर्त और अमूर्त सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण, संवर्धन और पुनर्स्थापन करना। यह कोष उन परियोजनाओं को आर्थिक सहयोग देता है जो भारत की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करती हैं।

पंजाब को अब तक क्यों नहीं मिला फंड?

केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने एक लिखित उत्तर में बताया,

“राष्ट्रीय संस्कृति कोष की स्थापना के बाद से पंजाब राज्य के लिए कोई भी प्रायोजन प्राप्त नहीं हुआ है।”

इस खुलासे के बाद यह सवाल उठता है कि क्या पंजाब की सांस्कृतिक विरासत को लेकर केंद्र सरकार द्वारा पर्याप्त प्राथमिकता नहीं दी गई?

जिन परियोजनाओं को मिला फंड (पिछले 3 वर्षों में):

  • जैसलमेर किला (राजस्थान)

  • पुराना किला (नई दिल्ली)

  • स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय (लाल किला, दिल्ली)

  • इलाहाबाद संग्रहालय (UP)

  • सारनाथ संग्रहालय

  • खजुराहो मंदिर (मध्य प्रदेश)

  • बृहदेश्वर मंदिर (तंजावुर, तमिलनाडु)

  • कान्हेरी गुफाएं (मुंबई)

  • अशोक स्तंभ (कोलहुआ, बिहार)

  • श्री भूलेश्वर मंदिर (महाराष्ट्र)

  • और अन्य प्रोजेक्ट्स

इनमें से किसी भी सूची में पंजाब का कोई नाम नहीं है, जो राज्य की उपेक्षा को दर्शाता है।

भगवंत मान ने क्या पूछा?

भगवंत मान ने संसद में सवाल किया था:

  • NCF की स्थापना से अब तक पंजाब में कितना खर्च हुआ?

  • पिछले तीन वर्षों में किन संस्थानों और विभागों को कितना फंड आवंटित हुआ?

उनके सवाल से यह महत्वपूर्ण मुद्दा संसद में आया।

_______________________________

पंजाब को अब तक NCF से कोई आर्थिक मदद न मिलना एक चिंता का विषय है। यह राज्य की सांस्कृतिक पहचान और विरासत को बचाने के लिए आवश्यक संसाधनों की कमी को उजागर करता है। केंद्र सरकार को चाहिए कि वह पंजाब की सांस्कृतिक परियोजनाओं को भी प्राथमिकता दे और NCF फंडिंग को राज्यों के बीच संतुलित रूप से वितरित करे।

– by Team KhabreeAdda.in

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