World

माली में जिहादी हमले: कई सैन्य ठिकानों पर एक साथ धावा, 80 से अधिक आतंकवादियों के मारे जाने का दावा

Jihadi Attacks in Mali: Multiple Military Bases Targeted Simultaneously, Over 80 Militants Killed

माली में स्थिति गंभीर बनी हुई है। जिहादी आतंकवादियों ने देश भर में कई सैन्य चौकियों पर एक साथ हमले किए हैं, जिससे क्षेत्र में अस्थिरता और बढ़ गई है। पिछले एक महीने में सेना पर यह तीसरा बड़ा हमला है, जो माली में सुरक्षा बलों के सामने आने वाली गंभीर चुनौतियों को उजागर करता है।

हमलों का विवरण

मंगलवार सुबह हुए इन हमलों को लेकर माली की सेना ने दावा किया है कि जवाबी कार्रवाई में 80 से अधिक आतंकवादियों को “निष्क्रिय” किया गया। हालांकि, सुरक्षा बलों के हताहत होने की पुष्टि नहीं की गई है।
इस हमले की जिम्मेदारी अल-कायदा से जुड़े संगठन जेएनआईएम (जमात नुसरत अल-इस्लाम वाल मुस्लिमिन) ने ली है। उन्होंने दावा किया कि तीन सैन्य बैरकों पर उनका नियंत्रण हो गया है।

प्रमुख बातें:

  • सेना का दावा: 80 से अधिक आतंकवादी मारे गए

  • जेएनआईएम का दावा: तीन सैन्य बैरकों पर कब्जा

  • हमले देश के कई कस्बों और शहरों में हुए

एक दशक से जारी संघर्ष

माली बीते दस वर्षों से इस्लामी विद्रोह और अलगाववादी आंदोलनों से जूझ रहा है, जिसने देश को अस्थिर बना दिया है।

सेना का बयान

राष्ट्रीय टेलीविजन पर सेना के प्रवक्ता सौलेमेन डेम्बेले ने कहा,

“दुश्मन को हर उस स्थान पर भारी नुकसान हुआ, जहां उसने हमारे बलों से मुकाबला किया।”

उन्होंने बताया कि सेना ने हथियार, वाहन और मोटरसाइकिलें भी बरामद की हैं।

हमलों का दायरा

हमले सेनेगल और मॉरिटानिया सीमा के पास बिनोली, कायस, सैंडेरे सहित कुल सात कस्बों में हुए।
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि हमले के दौरान “हर जगह गोलियों की आवाजें” सुनाई दे रही थीं और पुलिस स्टेशन व गवर्नर के घर को नुकसान पहुंचा।

जेएनआईएम का दावा

जेएनआईएम ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक बयान में इन हमलों को “समन्वित और उच्च गुणवत्ता वाले” बताया है, हालांकि हताहतों की जानकारी नहीं दी।

पूर्व के दो प्रमुख हमले:

  • 2 जून: टिम्बकटू में सेना शिविर और एयरपोर्ट पर हमला

  • 1 जून: मध्य माली में 30 सैनिक मारे गए

क्षेत्रीय सुरक्षा पर चिंता

इन हमलों ने पूरे साहेल क्षेत्र में असुरक्षा बढ़ा दी है।
अमेरिकी अफ्रीका कमांड (AFRICOM) के जनरल माइकल लैंगली ने चेतावनी दी है कि इस्लामी आतंकवादी समूह पश्चिमी अफ्रीकी तटों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे तस्करी और हथियारों का प्रसार तेज़ हो सकता है।


माली में स्थिति बेहद गंभीर है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को माली की सरकार और सुरक्षा बलों का सहयोग करना चाहिए ताकि आतंकवाद का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया जा सके और शांति और स्थिरता बहाल हो।

– by Team KhabreeAdda.in

You may also like

World

क्या Google Veo 3 से फैल रही है नस्लीय रूढ़िवादिता? क्या हो रहा है दुरुपयोग ?

AI Abuse Alert: How Google Veo 3 Is Being Used to Spread Racial Stereotypes आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से
World

क्या मार्क ज़ुकरबर्ग एआई टैलेंट खरीद रहे हैं? मेटा की नई लैब पर मचा बवाल

Is Mark Zuckerberg Buying AI Talent? Uproar Over Meta’s New AI Lab मेटा का सुपरइंटेलिजेंस लैब: ज़ुकरबर्ग की एआई प्रतिभाओं